नोएडा मीडिया क्लब में हुई आपात बैठक में कार्यकारिणी के कुछ प्रमुख सदस्य आपराधिक आरोपों में फंसे, जिसके बाद उन्हें पद से हटा दिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि क्लब के चुनावी प्रक्रिया को स्थगित किया जाएगा और वरिष्ठ पत्रकारों की एक 9 सदस्यीय समिति क्लब के कामकाज को संभालेगी। संरक्षक मंडल ने क्लब की छवि की रक्षा करते हुए किसी भी अपराध में लिप्त सदस्यों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की चेतावनी दी है। क्लब में चल रही यह उथल-पुथल आगामी चुनावों को लेकर संकट पैदा कर सकती है।
नोएडा मीडिया क्लब में एक आपात बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें क्लब के सक्रिय पत्रकारों और संरक्षक मंडल के सदस्य शामिल हुए। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण और कड़े निर्णय लिए गए, जो क्लब की साख और भविष्य को लेकर सवाल उठा सकते हैं। एक तरफ जहां क्लब ने अपनी छवि को साफ और सुथरा रखने का संकल्प लिया, वहीं दूसरी ओर कुछ विवादित मामलों ने आगामी चुनावों को भी संजीदा मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया।
बैठक में यह साफ किया गया कि नोएडा मीडिया क्लब किसी भी ऐसे व्यक्ति या संस्था का समर्थन नहीं करेगा जो आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो। संरक्षक मंडल ने स्पष्ट किया कि क्लब का उद्देश्य केवल पत्रकारों की सुरक्षा और उनके हितों का संरक्षण है, न कि किसी आपराधिक मामले को बढ़ावा देना।
क्लब के पदाधिकारी और सदस्य हुए निलंबित!
बैठक के दौरान यह घोषणा की गई कि पंकज पाराशर और रिंकू यादव के खिलाफ गंभीर आरोप हैं। पंकज पाराशर को जब तक कोर्ट से निर्दोष साबित नहीं किया जाता, तब तक क्लब से बर्खास्त कर दिया गया है। रिंकू यादव का भी निलंबन किया गया है, जब तक वे अपने खिलाफ लगे आरोपों से निर्दोष साबित नहीं होते।
साथ ही, पंकज पाराशर के करीबी सहयोगियों को भी तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया और उनके क्लब में आने पर उन्हें संरक्षक समिति को सूचित करना होगा। इन पदाधिकारियों को क्लब की संपत्ति या सोशल मीडिया का उपयोग करने से रोक दिया गया है, और अगर इनसे यह नियम उल्लंघन होता है, तो क्लब कानूनी कार्रवाई करेगा।
क्लब की नई दिशा: चुनावी प्रक्रिया में रुकावट
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नोएडा मीडिया क्लब के विधिवत चुनावों तक एक 9 सदस्यीय वरिष्ठ पत्रकारों की समिति क्लब का संचालन करेगी। इस समिति के द्वारा लिए गए फैसले ही मान्य होंगे। समिति में रामपाल रघुवंशी, विनोद शर्मा, मनोज त्यागी, सुरेश चौधरी, संतोष सिंह, संजीव यादव, मुखराम, अमित चौधरी, और मनोहर त्यागी को शामिल किया गया है।
संरक्षक मंडल का कड़ा संदेश
संरक्षक मंडल ने यह भी कहा कि आगामी चुनावों को जल्द से जल्द कराए जाने के लिए सभी क्लब के सदस्य अपने दस्तावेज और शिकायतें निर्धारित समय में क्लब को सौंपें। समय सीमा के बाद, यदि कोई सदस्य अपनी शिकायत या सदस्यता संबंधित दस्तावेज नहीं जमा करता है, तो इसे आगे नहीं बढ़ाया जाएगा।
क्या आगामी चुनावों का संकट गहरा जाएगा?
इस बैठक ने एक सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या नोएडा मीडिया क्लब की आगामी चुनाव प्रक्रिया अब तक देरी का शिकार होगी? क्या यह संकट क्लब के संरक्षक मंडल की कड़ी कार्रवाई और एकजुटता से हल हो पाएगा? समय बताएगा, लेकिन वर्तमान स्थिति ने क्लब के भविष्य और विश्वास को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
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