2025 तक दिल्ली में ट्रैफिक की स्थिति में बदलाव लाने के लिए पांच प्रमुख प्रोजेक्ट्स का काम पूरा होगा। इनमें बारापूला फेज-तीन, मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली की तीसरी रिंग रोड और सिग्नेचर ब्रिज जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल हैं, जो दिल्लीवासियों और एनसीआर के मुसाफिरों के लिए सफर को सिग्नल-फ्री और तेज़ बना देंगे।
दिल्ली और एनसीआर के लाखों वाहन चालकों के लिए एक शानदार खबर आ रही है! 2025 तक पांच बड़े प्रोजेक्ट्स दिल्लीवासियों और आसपास के मुसाफिरों के सफर को आसान बनाने के लिए तैयार हो रहे हैं। इन प्रोजेक्ट्स का पूरा होने के बाद दिल्ली और उसके आसपास के इलाके में ट्रैफिक का हाल बदलने वाला है। तो क्या हैं ये प्रोजेक्ट्स और कैसे ये दिल्ली की सड़कों को जाम से मुक्त करेंगे? आइए जानते हैं!
1. बारापूला फेज-तीन: सिग्नल फ्री सफर
बारापूला फेज-तीन का काम अभी तक अधूरा था, लेकिन 2025 तक इस परियोजना का पूरा होना सुनिश्चित है। इस योजना के तहत यमुनापार के मयूर विहार से लेकर आईएनए तक का सफर अब बिना किसी सिग्नल के होगा। इसका लाभ केवल दिल्लीवालों को ही नहीं, बल्कि नोएडा और गाजियाबाद के मुसाफिरों को भी मिलेगा। इस प्रोजेक्ट का 70% काम पहले ही पूरा हो चुका है, और अगले साल यह पूरी तरह से खुल जाएगा, जिससे ट्रैफिक की गति में सुधार होगा और सफर तेज होगा।
2. मुंबई एक्सप्रेसवे से आसान कनेक्टिविटी
59 किलोमीटर लंबा मुंबई एक्सप्रेसवे, जो दिल्ली से लेकर मुंबई तक की यात्रा को और भी सुगम बनाएगा, अब फरीदाबाद और दिल्ली के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। डीएनडी फ्लाईओवर से शुरू होकर यह एक्सप्रेसवे कालिंदी कुंज, फरीदाबाद होते हुए सोहना तक जाएगा, जहां से यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का 24 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में ट्रैफिक के लिए खोला जा चुका है, और बाकी का काम अगले साल जून तक पूरा कर लिया जाएगा।
3. दिल्ली की तीसरी रिंग रोड (यूईआर-2): हरियाणा से सीधे कनेक्शन
दिल्ली की तीसरी रिंग रोड, यानी शहरी विस्तार सड़क (यूईआर)-2 से अब दिल्ली के बाहरी, पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी इलाके के साथ-साथ हरियाणा के सीमावर्ती शहरों का आवागमन और भी सरल हो जाएगा। यह परियोजना दिल्लीवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी, क्योंकि इससे शहर के विभिन्न हिस्सों के बीच ट्रैफिक की आवाजाही और भी सुगम हो जाएगी।
4. सुल्तानपुरी आरयूबी: स्थानीय निकासी पर ध्यान
सुल्तानपुरी आरयूबी प्रोजेक्ट भी दिल्ली के स्थानीय यातायात को सुधारने में अहम भूमिका निभाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से दिल्ली के स्थानीय रास्तों पर ट्रैफिक में सुधार होगा और रास्ते की निकासी को बेहतर किया जाएगा, जिससे हर रोज़ यात्रा करने वालों के लिए राहत मिलेगी।
5. सिग्नेचर ब्रिज और रिंग रोड कनेक्शन
सिग्नेचर ब्रिज से रिंग रोड तक का सफर अब बहुत आसान हो जाएगा। ट्रांस हिंडन से लेकर पूर्वी दिल्ली तक यातायात की गति में इज़ाफा होगा। रिंग रोड के साथ यह कनेक्शन दिल्ली की यात्रा को तेज़ और सुगम बनाएगा।
आखिरकार 2025 में होगा ट्रैफिक का खेल पलट
इन पांच प्रोजेक्ट्स का पूरा होना न केवल दिल्लीवासियों के लिए, बल्कि एनसीआर के सभी मुसाफिरों के लिए भी बड़ी खुशखबरी साबित होगा। 2025 में जब ये प्रोजेक्ट्स पूरी तरह से खुलेंगे, तो दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में सफर करना अब तक के सबसे आसान और तेज़ तरीके में बदल जाएगा। क्या आप तैयार हैं फर्राटे भरने के लिए?
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