मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से हुए वर्चुअली शामिल, कहा – “नवभारत के संकल्प का मूर्त रूप हैं ये स्टेशन” – उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से लेकर स्वामिनारायण छपिया तक, 19 स्टेशनों का कायाकल्प, क्षेत्रीय संस्कृति और यात्री सुविधा का समन्वय
लखनऊ, 22 मई – रेलवे यात्री सुविधाओं और बुनियादी ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन किया। इनमें उत्तर प्रदेश के 19 स्टेशन भी शामिल हैं, जिन्हें आधुनिक सुविधाओं और सांस्कृतिक वैभव से सज्जित कर नया स्वरूप प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया और एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इसे “गति और गौरव का उत्तम समन्वय” बताया।
मुख्यमंत्री योगी ने जताया आभार, कहा – ‘यात्रा का अनुभव बना आत्मीय और समर्पित’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री जी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किए गए उत्तर प्रदेश के 19 अमृत स्टेशनों समेत देश के सभी 103 अमृत स्टेशन ‘नए भारत’ में विरासत के संरक्षण, विकास के संकल्प तथा 'गति एवं गौरव' के उत्तम समन्वय के प्रतीक हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इन स्टेशनों से क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक उन्नयन को बल मिलेगा।

यूपी के 19 स्टेशनों को मिला नया कलेवर
बलरामपुर, बरेली सिटी, बिजनौर, फतेहाबाद, गोला गोकर्णनाथ, गोवर्धन, गोविंदपुरी, हाथरस सिटी, ईदगाह आगरा, इज्जतनगर, करछना, मैलानी, पुखरायां, रामघाट हॉल्ट, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, सुरेमनपुर, स्वामिनारायण छपिया और उझानी – इन स्टेशनों को आधुनिक रूप में विकसित किया गया है। स्टेशन परिसरों में अब वेटिंग लाउंज, लिफ्ट, एस्केलेटर, डिजिटल डिस्प्ले, दिव्यांगजन-अनुकूल सुविधाएं, हरित ऊर्जा आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर और क्षेत्रीय स्थापत्य की झलक देखने को मिल रही है।
₹1,100 करोड़ की लागत से हुआ कायाकल्प, 2027 तक 500 स्टेशन होंगे तैयार
देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में फैले इन 103 स्टेशनों का कायाकल्प ₹1,100 करोड़ से अधिक की लागत से किया गया है। योजना के तहत कुल 1,300 से अधिक स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है। पिछले 11 वर्षों में रेलवे क्षेत्र में 34,000 किमी नई रेल पटरियां और 47,000 किमी ट्रैक का विद्युतीकरण हुआ है। छोटे-मंझोले स्टेशनों पर पहली बार इतने बड़े स्तर पर ध्यान दिया जा रहा है। 2023-24 में 1,062 स्टेशनों की आधारशिला रखी गई, और अगले आठ महीनों में 100 और स्टेशन चालू किए जाएंगे। 2027 तक 500 स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

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