ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किया गया एक सैन्य अभियान था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।
इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना ने 9 बड़े आतंकी अड्डों पर हमला किया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज़बुल मुजाहिदीन के ठिकाने शामिल थे। यह हमला गैर-उत्तेजक रणनीति के तहत किया गया, जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
यह ऑपरेशन भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के संयुक्त प्रयास से अंजाम दिया गया था। रक्षा मंत्रालय ने इस ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए कहा कि "हम अपने संकल्प पर कायम हैं कि इस हमले के ज़िम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।" पहलगाम हमले में जिनकी वजह से जितने घरों में सिंदूर उजड़े, ऑपरेशन सिंदूर ने उन सबका आराम हराम किया है।
•क्या इस ऑपरेशन के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में कोई बदलाव आया?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव बढ़ गया। भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान की सरकार और सेना पर दबाव बढ़ा।
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने अपने बड़े एयरपोर्ट 48 घंटों के लिए बंद कर दिए और अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा। वहीं, भारत में इस कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम के रूप में देखा गया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस ऑपरेशन की मिश्रित प्रतिक्रिया रही। अमेरिका और कई अन्य देशों ने भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों का समर्थन किया, जबकि कुछ देशों ने संयम बरतने की सलाह दी।
•ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को कैसे मापा गया?
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को कई मानकों पर मापा गया, जिनमें शामिल हैं:
1. आतंकी ठिकानों का विनाश – भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 बड़े आतंकी अड्डों को निशाना बनाया, जिससे लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज़बुल मुजाहिदीन के ठिकानों को भारी नुकसान हुआ.
2. आतंकियों की क्षति – इस ऑपरेशन में 90 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है, जिससे इन संगठनों की गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ा.
3. पाकिस्तान की प्रतिक्रिया – पाकिस्तान ने अपने बड़े एयरपोर्ट 48 घंटों के लिए बंद कर दिए और अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि ऑपरेशन ने उन्हें रणनीतिक रूप से प्रभावित किया.
4. अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया – अमेरिका और कई अन्य देशों ने भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों का समर्थन किया, जबकि कुछ देशों ने संयम बरतने की सलाह दी.
5. भारत की आंतरिक प्रतिक्रिया – इस ऑपरेशन को भारत में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम के रूप में देखा गया, और इसे जनता और सरकार दोनों का समर्थन मिला.
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