लखनऊ में 60,244 नव नियुक्त पुलिस आरक्षियों को मिला नियुक्ति पत्र: गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया ऐतिहासिक कार्यक्रम को संबोधित
मुख्य बिंदु:
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डिफेंस एक्सपो ग्राउंड, वृंदावन कॉलोनी, लखनऊ में हुआ भव्य कार्यक्रम
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उत्तर प्रदेश पुलिस में 60,244 आरक्षियों की नियुक्ति
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी बधाई
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निष्पक्ष, पारदर्शी और तकनीक आधारित चयन प्रक्रिया की हुई सराहना
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“2027 तक यूपी पुलिस बनेगी देश की सबसे आधुनिक बल” – अमित शाह
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महिलाओं की संख्या भी नियुक्तियों में उल्लेखनीय – योगी आदित्यनाथ
लखनऊ, 15 जून 2025: उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया जब रविवार को डिफेन्स एक्सपो ग्राउंड, वृन्दावन कॉलोनी, लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदेश के 60,244 नव चयनित आरक्षियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा पारदर्शी और निष्पक्ष प्रक्रिया के अंतर्गत सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
इस अवसर पर भारत सरकार के गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दोनों नेताओं ने नियुक्त हुए सभी नव आरक्षियों को बधाई दी और उन्हें ईमानदारी, निष्ठा और संवेदनशीलता के साथ सेवा करने का आह्वान किया।
गृह मंत्री अमित शाह का संबोधन:
अपने संबोधन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,
“उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के क्षेत्र में जो ऐतिहासिक बदलाव हुआ है, वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दृढ़ संकल्प और मजबूत नेतृत्व का परिणाम है। आज यूपी पुलिस की छवि बदली है — अब अपराधी डरते हैं और आम जनता विश्वास करती है।”
उन्होंने कहा कि यह भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और मेरिट पर आधारित रही, जिसमें न कोई सिफारिश चली, न रिश्वत, और न ही कोई पक्षपात। उन्होंने बोर्ड की सराहना करते हुए कहा कि देश के अन्य राज्य भी उत्तर प्रदेश की इस भर्ती प्रणाली से सीख सकते हैं।
अमित शाह ने यह भी कहा कि,
“2027 तक उत्तर प्रदेश पुलिस देश की सबसे आधुनिक और तकनीकी रूप से सशक्त बल बनेगी। केंद्र सरकार इसके लिए हर संभव सहयोग देने को तैयार है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भाषण:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था को लगातार मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने नव आरक्षियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा:
“आप सब प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था का भविष्य हैं। आपकी ईमानदारी, सेवा भाव और निष्पक्षता ही प्रदेश की जनता का विश्वास बनाए रखेगी।”
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि नियुक्त आरक्षियों में बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थियों को भी मौका मिला है, जो महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस में महिला आरक्षियों की भागीदारी बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है।
योगी जी ने प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों की तुलना करते हुए कहा:
“पहले की सरकारों में भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठते थे। कहीं घोटाले होते थे तो कहीं भाई-भतीजावाद। लेकिन हमने यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष, पारदर्शी और डिजिटल हो।”
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां:
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डिजिटल माध्यम से पूरी चयन प्रक्रिया, स्कैनिंग, रिकॉर्डिंग और सत्यापन की आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया।
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भर्ती बोर्ड के अधिकारियों ने जानकारी दी कि आरक्षियों का चयन लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता परीक्षा और दस्तावेज सत्यापन के बाद किया गया।
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सभी चयनित अभ्यर्थियों को डिजिटल हस्ताक्षर युक्त नियुक्ति पत्र दिए गए।
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कार्यक्रम में चयनित पुलिस आरक्षियों ने शपथ ली कि वे संविधान का पालन करेंगे और आम जनता के हितों की रक्षा करेंगे।
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मंच पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें प्रदेश की विविधता और एकता को प्रदर्शित किया गया।
महिला शक्ति का विशेष उल्लेख:
इस नियुक्ति प्रक्रिया में बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिली है। योगी सरकार का यह प्रयास महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। महिला आरक्षियों को विशेष रूप से महिला हेल्पलाइन, साइबर सेल और महिला थानों में तैनात किया जाएगा।
जनसामान्य और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया:
समाज के विभिन्न वर्गों ने इस नियुक्ति प्रक्रिया की सराहना की है। युवाओं में उत्साह है कि अब मेरिट के आधार पर नौकरी मिल रही है और सिफारिश या रिश्वत जैसे तत्व समाप्त हो रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी कहा कि इससे पुलिस बल में नई ऊर्जा और नयापन आएगा।
लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रो. शिखा मिश्रा ने कहा,
“योगी सरकार का यह कदम प्रशासनिक पारदर्शिता का उदाहरण है। इससे युवाओं का भरोसा सरकारी व्यवस्था में बढ़ा है।”
भविष्य की दिशा:
सरकार ने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी भर्ती प्रक्रिया ऐसे ही निष्पक्ष और डिजिटल माध्यम से की जाएगी। साथ ही, नए आरक्षियों को आधुनिक ट्रेनिंग, साइबर क्राइम, फॉरेंसिक, कम्युनिटी पुलिसिंग जैसे क्षेत्रों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे समय के साथ कदम से कदम मिला सकें
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