इकोविलेज-1 सोसाइटी में मेंटेनेंस स्टाफ और निवासियों के बीच विवाद, बिसरख पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
गौतमबुद्धनगर, 27 जून 2025: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के थाना बिसरख क्षेत्र स्थित इकोविलेज-1 सोसाइटी में उस समय तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई जब मेंटेनेंस टीम और स्थानीय निवासियों के बीच किसी विवाद को लेकर झगड़ा हो गया। यह झगड़ा देखते ही देखते हिंसक रूप ले बैठा, जिसमें सोसाइटी के कुछ निवासियों के साथ मारपीट की गई। इस घटना से न केवल सोसाइटी में रहने वाले लोग दहशत में आ गए, बल्कि क्षेत्रीय कानून-व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए।
घटना का विवरण
घटना दिनांक 27 जून 2025 को दोपहर के समय की बताई जा रही है। इकोविलेज-1 सोसाइटी, जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाना क्षेत्र में स्थित है, वहां मेंटेनेंस से जुड़ी किसी समस्या को लेकर स्थानीय निवासियों और मेंटेनेंस टीम के बीच कहासुनी शुरू हुई। मामला इतना बढ़ गया कि बात हाथापाई तक पहुंच गई।
आरोप है कि मेंटेनेंस टीम के कुछ कर्मचारियों ने मिलकर कुछ निवासियों के साथ शारीरिक मारपीट की। पीड़ितों का कहना है कि वह केवल मेंटेनेंस शुल्क और सुविधाओं की स्थिति को लेकर सवाल कर रहे थे, लेकिन जवाब देने की बजाय कर्मचारियों ने हमला कर दिया।
थाना बिसरख पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही थाना बिसरख पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
जांच के दौरान मारपीट में शामिल पाए गए चार आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान निम्न प्रकार से हुई है:
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रविन्द्र पुत्र जबर सिंह
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सोहित पुत्र देवेन्द्र सिंह
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सचिन कुन्तल पुत्र बीरी सिंह
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विपिन कसाना पुत्र चन्द्रपाल सिंह
इन सभी के विरुद्ध धारा 323 (मारपीट), 504 (गाली-गलौच), 506 (धमकी देना), और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है और जांच अभी जारी है।
स्थानीय निवासियों में आक्रोश
इस घटना के बाद सोसाइटी में रहने वाले नागरिकों में आक्रोश का माहौल देखा गया। कई निवासियों ने कहा कि वह लंबे समय से मेंटेनेंस स्टाफ की लापरवाह कार्यशैली से परेशान हैं और जब भी कोई समस्या उठाते हैं, उन्हें धमकाया जाता है।
कुछ लोगों ने मांग की है कि सोसाइटी प्रबंधन इस मामले को गंभीरता से ले और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
प्रशासन और पुलिस की सख्त निगरानी जरूरी
इकोविलेज-1 जैसी बहु-आवासीय सोसाइटियों में इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, जहां प्रबंधन और निवासियों के बीच टकराव होता रहा है। यह ज़रूरी है कि प्रशासन, पुलिस और स्थानीय प्राधिकरण ऐसे मामलों में संवेदनशीलता दिखाएं और दोनों पक्षों के हितों की रक्षा के लिए सख्त नियम लागू करें।
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की ओर से यह संकेत दिया गया है कि इस मामले में और भी लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है और यदि किसी अन्य की संलिप्तता पाई जाती है तो उसे भी कानूनी दायरे में लाया जाएगा।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि रिहायशी सोसाइटियों में पारदर्शी मेंटेनेंस व्यवस्था और शांतिपूर्ण संवाद कितना आवश्यक है। मेंटेनेंस से जुड़े विवादों को सुलझाने के लिए प्रभावी संवाद, नियामक हस्तक्षेप, और पुलिस की तत्परता ही ऐसे संघर्षों को रोक सकती है।
थाना बिसरख पुलिस की तत्परता और तेज कार्रवाई ने स्थिति को गंभीर होने से पहले ही नियंत्रित कर लिया, जो प्रशासन की सजगता का प्रमाण है। अब यह देखना होगा कि मामले की आगे की जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और क्या सोसाइटी प्रबंधन अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करता है।
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