गौतमबुद्धनगर, 21 जून 2025
आज दिनांक 21 जून 2025 को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा योग के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने और पुलिसकर्मियों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एक भव्य योग आयोजन का सफल संचालन किया गया।
यह आयोजन प्रातः 06:00 बजे से रिजर्व पुलिस लाइन्स, सूरजपुर स्थित हरित वाटिका प्रांगण में आरंभ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी, कर्मचारी एवं योग प्रेमियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत योगगुरुओं द्वारा शांति मंत्रोच्चारण के साथ की गई, जिसने पूरे परिसर को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
योग प्रशिक्षकों ने कराया व्यावहारिक सत्र
योग दिवस कार्यक्रम का संचालन मोक्षायतन योग संस्थान (भारत योग संस्थान) से पधारी योग प्रशिक्षिका श्रीमती मुक्ता शर्मा, प्रशिक्षिका कविता जी, प्रशिक्षिका राखी जी, तथा आरव योगा के संस्थापक श्री आनन्द ममगई एवं श्रीमती डिम्पल ममगई द्वारा किया गया। उनके साथ सहयोगी योगाचार्यगण भी उपस्थित रहे।
इन सभी प्रशिक्षकों ने कमिश्नरेट में तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों को योगासन, प्राणायाम, ध्यान आदि का अभ्यास कराया और योग के माध्यम से तनाव प्रबंधन, रोग निवारण तथा मानसिक शांति के विभिन्न पहलुओं को सरल भाषा में समझाया।
योग सत्र के दौरान प्रतिभागियों को भुजंगासन, वज्रासन, ताड़ासन, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भ्रामरी आदि प्राणायाम कराए गए। प्रशिक्षकों ने यह भी बताया कि नियमित योगाभ्यास करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, मानसिक स्थिरता आती है और कार्यक्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होती है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस विशेष योग दिवस समारोह में अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय श्री अजय कुमार, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्री रविशंकर निम, एडीसीपी श्री आर.के. गौतम, एडीसीपी श्री मनीष कुमार मिश्र, एसीपी लाइन सुश्री ट्विंकल जैन, सहायक पुलिस आयुक्त प्रशिक्षण श्री हेमन्त उपाध्याय, सहायक पुलिस आयुक्त श्री अजीत कुमार तथा सहायक पुलिस आयुक्त श्री पवन कुमार सहित अन्य कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण उपस्थित रहे।
योग सत्र में कुल लगभग 500 पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारीगण ने सक्रिय रूप से सहभागिता की, जो यह दर्शाता है कि पुलिस बल मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखने के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयासरत है।
"एक पेड़ मां के नाम" अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण
योग दिवस कार्यक्रम के समापन के पश्चात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के अंतर्गत कदंब वृक्ष का पौधरोपण किया गया। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ मातृ-स्मरण के भाव को जागृत करना था। वृक्षारोपण के इस अभियान के माध्यम से पुलिस कमिश्नरेट ने स्वच्छ पर्यावरण, हरियाली एवं जीवन रक्षा का संदेश दिया।
थानों में भी आयोजित हुए योग शिविर
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में केवल पुलिस लाइन्स में ही नहीं, बल्कि कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के सभी थानों में भी योग शिविरों का आयोजन किया गया। प्रत्येक थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षकों के निर्देशन में योगाभ्यास कराया गया। इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि योग केवल एक प्रतीकात्मक आयोजन न रहकर पुलिस बल की स्थायी दिनचर्या का हिस्सा बने।
एक सप्ताह तक चला योग प्रशिक्षण शिविर
योग दिवस के सफल आयोजन से पहले, दिनांक 15 जून 2025 से 20 जून 2025 तक पुलिस लाइन्स गौतमबुद्धनगर में प्रत्येक दिन सुबह 06:00 बजे से परेड ग्राउंड पर नियमित योग शिविर आयोजित किया गया था। पहले दिन इस शिविर का शुभारंभ अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय श्री अजय कुमार एवं एसीपी लाइन सुश्री ट्विंकल जैन की उपस्थिति में हुआ।
अन्य दिनों में यह शिविर प्रतिसार निरीक्षक प्रथम एवं द्वितीय की देखरेख में संपन्न हुआ, जिसमें मोक्षायतन संस्थान के योगाचार्यों ने पुलिस लाइन में रह रहे अधिकारियों/कर्मचारियों को योगाभ्यास कराया। प्रतिदिन लगभग 70 से 80 पुलिसकर्मी नियमित रूप से इस शिविर में भाग लेते रहे, जिससे यह सिद्ध होता है कि पुलिस विभाग योग के लाभों को आत्मसात करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
योग से मानसिक सुदृढ़ता और कार्यकुशलता
योग दिवस के इस भव्य आयोजन ने यह सन्देश स्पष्ट रूप से दिया कि स्वस्थ शरीर, शांत मन और अनुशासित जीवनशैली की दिशा में योग एक अत्यंत प्रभावी माध्यम है। प्रशिक्षकों ने कहा कि जब पुलिसकर्मी स्वयं मानसिक रूप से शांत, शारीरिक रूप से सुदृढ़ और ऊर्जा से भरपूर होंगे, तब वे समाज की सेवा और सुरक्षा में और अधिक कुशलता से योगदान दे पाएंगे।
समापन और प्रेरणा
योग सत्र के समापन पर उपस्थित सभी प्रशिक्षकों, आयोजकों और अधिकारियों का धन्यवाद किया गया। साथ ही, यह संकल्प लिया गया कि भविष्य में भी पुलिस विभाग इस प्रकार के आयोजन करता रहेगा ताकि योग के माध्यम से सभी पुलिसकर्मी तनावमुक्त रह सकें और अपने दायित्वों का निर्वहन बेहतर ढंग से कर सकें।
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का यह आयोजन न केवल एक प्रतीकात्मक योग दिवस समारोह था, बल्कि यह एक नई चेतना का आह्वान भी था—स्वास्थ्य, अनुशासन और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का।
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