पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के तहत थाना फेस-3 की पुलिस टीम ने यह गिरफ्तारी बीट पुलिसिंग और मजबूत खुफिया सूचना तंत्र के सहारे की
गौतमबुद्धनगर पुलिस को बड़ी सफलता, ₹25,000 के इनामी गैंगस्टर को धरदबोचा – अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का सदस्य दिनेश उर्फ मुलायम गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा, 21 जून 2025।
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जनपद में कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू करने और अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने की दिशा में एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना फेस-3 पुलिस ने शुक्रवार को एक शातिर वांछित अपराधी, गैंगस्टर एक्ट में नामजद और ₹25,000 का इनामी अभियुक्त दिनेश उर्फ मुलायम उर्फ राजा पुत्र श्रीपति सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त को पुलिस ने सहारा कट के पास से घेराबंदी कर पकड़ा, जहां वह किसी अनजाने ठिकाने की ओर बढ़ रहा था।
बीट पुलिसिंग और खुफिया सूचना से मिली कामयाबी
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के तहत थाना फेस-3 की पुलिस टीम ने यह गिरफ्तारी बीट पुलिसिंग और मजबूत खुफिया सूचना तंत्र के सहारे की। पिछले कुछ समय से अपराधी दिनेश की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। पुलिस को जैसे ही पुख्ता सूचना मिली कि अभियुक्त सहारा कट क्षेत्र में दिखाई दिया है, टीम ने तत्परता दिखाते हुए उसे घेर लिया और बिना किसी मुठभेड़ के गिरफ्तार कर लिया।
एक अन्तर्राज्यीय संगठित वाहन चोर गिरोह का सदस्य
गिरफ्तार किया गया अभियुक्त केवल एक सामान्य अपराधी नहीं है, बल्कि यह एक संगठित अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का सक्रिय सदस्य है, जो उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। गिरोह का काम करने का तरीका बेहद पेशेवर और योजनाबद्ध था—पहले वाहन की रेकी, फिर चोरी, और उसके बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर वाहनों को दूसरे राज्यों में बेच देना।
अभियुक्त द्वारा गिरोह बनाकर अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति के आधार पर ही थाना फेस-3 में उस पर गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत मामला पंजीकृत किया गया था, जिसका केस नंबर मु0अ0सं0 242/24 धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट है।
अभियुक्त पर घोषित था ₹25,000 का इनाम
गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा अपराध की गंभीरता और अभियुक्त की गिरफ्तारी की आवश्यकता को देखते हुए उस पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया गया था। यह इनाम इसलिए घोषित किया गया था ताकि आम जनता से भी कोई सहयोग मिल सके और जल्द से जल्द उसे गिरफ्तार किया जा सके। यह गिरफ्तारी जनपद की कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास:
दिनेश उर्फ मुलायम कोई नया अपराधी नहीं है, बल्कि उसका लंबा आपराधिक इतिहास है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उस पर अब तक पाँच प्रमुख मामले दर्ज हैं, जिनमें से कई गंभीर धाराओं के अंतर्गत हैं। ये मामले केवल चोरी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी, अवैध हथियार रखना और संगठित अपराध जैसे गंभीर मुद्दों से जुड़े हुए हैं।
1. मु0अ0सं0 18/24 – धारा 379/411 भादवि, थाना फेस-3, गौतमबुद्धनगर
वाहन चोरी और चोरी की संपत्ति को अपने पास रखने से संबंधित मामला।
2. मु0अ0सं0 31/24 – धारा 307/411/420/482/34 भादवि, 3/25/27 आम्र्स एक्ट, 4/25 आम्र्स एक्ट, थाना फेस-3
यह एक संगीन मामला है जिसमें दिनेश पर हत्या की कोशिश, धोखाधड़ी और अवैध हथियार रखने जैसे आरोप हैं।
3. मु0अ0सं0 141/22 – धारा 379/411, थाना फेस-3
फिर से वाहन चोरी से संबंधित मामला, जिससे साबित होता है कि अभियुक्त इस अपराध के लिए आदतन अपराधी है।
4. मु0अ0सं0 242/24 – धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट, थाना फेस-3
गिरोह बनाकर संगठित अपराध करने और अवैध संपत्ति अर्जित करने के कारण यह केस दर्ज हुआ।
5. मु0अ0सं0 330/2025 – धारा 305/317(2)/318(4) बीएनएस, 60/63 आबकारी अधिनियम, 4/25 आम्र्स एक्ट, थाना रिफाइनरी, मथुरा
यह केस दर्शाता है कि अभियुक्त बच्चों का आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल करता था और उसके पास अवैध हथियार व शराब पाई गई।
पुलिस की प्रतिक्रिया:
थाना फेस-3 प्रभारी निरीक्षक ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“दिनेश उर्फ मुलायम एक शातिर और संगठित अपराधी है। वह कई वर्षों से अन्तर्राज्यीय वाहन चोरी गिरोह में सक्रिय था। इस गिरोह की गतिविधियों ने जनपद सहित अन्य राज्यों की कानून व्यवस्था को प्रभावित किया है। पुलिस की लगातार निगरानी और गोपनीय सूचनाओं के आधार पर उसे पकड़ने में सफलता मिली है। अब उससे पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी ली जा रही है।”
पूछताछ में हो सकते हैं और खुलासे
पुलिस के अनुसार, अभियुक्त को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा, और उसकी रिमांड लेकर पूछताछ की जाएगी। पूछताछ में उम्मीद जताई जा रही है कि वह अपने गिरोह के अन्य सदस्यों, चोरी के वाहनों की लोकेशन, नकद संपत्ति और अवैध लेन-देन से जुड़े कई खुलासे कर सकता है।
साथ ही पुलिस अभियुक्त के मोबाइल फोन, बैंक खातों, डिजिटल लेन-देन और अन्य तकनीकी माध्यमों की भी जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि उसने चोरी के माध्यम से कितनी संपत्ति अर्जित की है और वह कहाँ-कहाँ निवेश की गई है।
जनता से सहयोग की अपील
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपराधियों के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी पुलिस को गोपनीय रूप से साझा करें। ऐसे अपराधियों की जानकारी देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उन्हें उचित पुरस्कार भी दिया जा सकता है।
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