प्रदेश सरकार द्वारा महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन को बढ़ावा देने के लिए शारदीय नवरात्र के अवसर पर चलाए जा रहे “मिशन शक्ति” के विशेष अभियान का पांचवां चरण 10 अक्टूबर 2024 से शुरू हुआ।
मिशन शक्ति” के तहत महिला सुरक्षा को लेकर 90 दिवसीय विशेष अभियान का आयोजन

प्रदेश सरकार द्वारा महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन को बढ़ावा देने के लिए शारदीय नवरात्र के अवसर पर चलाए जा रहे “मिशन शक्ति” के विशेष अभियान का पांचवां चरण 10 अक्टूबर 2024 से शुरू हुआ। इस अभियान के तहत 90 दिनों का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चियों के प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम और उन्हें सशक्त बनाना है। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नर के निर्देशन में और डीसीपी महिला सुरक्षा श्रीमती सुनीति की पर्यवेक्षण में, एसीपी महिला सुरक्षा श्रीमती सौम्या सिंह तथा एसीपी-2 नोएडा सुश्री शैव्या गोयल के नेतृत्व में महिला सुरक्षा टीम ने इस अभियान की शुरुआत की। टीम ने जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में स्कूलों, कॉलेजों, गांवों, सोसायटियों, लेबर कॉलोनियों और बाजारों का दौरा किया। इस दौरान, महिला पुलिसकर्मियों ने महिलाओं और बच्चियों के साथ बातचीत करते हुए उन्हें महिला सशक्तिकरण अभियान और विभिन्न प्रकार के अपराधों के संबंध में जागरूक किया। साथ ही, शासन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों जैसे मिशन शक्ति 5.0, शुभ मंगल योजना, और साइबर क्राइम से सुरक्षा के उपायों के बारे में भी जानकारी दी गई।
महिला सुरक्षा टीम ने उपस्थित महिलाओं और बच्चियों को पॉक्सो एक्ट (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस एक्ट) के बारे में विस्तार से जानकारी दी और लैंगिक अपराधों से बचाव के उपाय भी बताए। इसके साथ ही, टीम ने महिलाओं को विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों जैसे महिला हेल्पलाइन-1090, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-1076, साइबर हेल्पलाइन-1930, आपातकालीन सेवा-112, चाइल्ड हेल्पलाइन-1098, और वन स्टॉप सेंटर नंबर-181 के बारे में भी बताया। इस अभियान में महिलाओं को यह समझाया गया कि वे कार्यस्थल, स्कूल या कॉलेज में होने वाले लैंगिक अपराध या घरेलू हिंसा के मामलों को चुपचाप न सहें। किसी भी समस्या के समय उन्हें बताई गई हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत संपर्क करना चाहिए, जिससे उन्हें तत्काल सहायता मिल सके। सभी थानों में स्थापित महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला कर्मचारीगण को महिला संबंधित मामलों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस अभियान के माध्यम से पुलिस ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे उन्हें अपनी समस्याओं को साझा करने और सुरक्षा की भावना महसूस कराने में मदद मिलेगी।
COMMENTS