दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई, जिससे भाजपा ने स्कूलों को बंद करने की मांग की। हवा में घना कोहरा और खराब AQI ने ट्रेनों और फ्लाइट्स पर असर डाला, जबकि बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए सरकार से कार्रवाई की अपील की गई।
नई दिल्ली: दिल्ली में वायु प्रदूषण एक गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है, जहां हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई है। बुधवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 418 तक पहुँच गया। यह इस सीजन का पहला मौका था जब AQI इस स्तर पर पहुंचा। प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर अब दिल्ली में भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोला है और बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर कक्षा पांच तक के सभी स्कूलों को बंद करने की मांग की है।
भाजपा का आरोप- दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण में की नाकामी
भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “दिल्ली आज गैस चेंबर बन चुकी है। यहां हर कोई खांस रहा है और सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रहा है। मुख्यमंत्री और पर्यावरण मंत्री की घोषणाओं के बावजूद प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हुआ है।” सचदेवा ने कहा कि प्रदूषण का सबसे अधिक असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है, और दिल्ली सरकार को तुरंत दवाइयां वितरित करने की व्यवस्था करनी चाहिए।

कोहरे और प्रदूषण ने बढ़ाई मुश्किलें, ट्रेनों और फ्लाइट्स पर असर
दिल्ली में बुधवार को घना कोहरा छा गया, जिससे ट्रेनों और फ्लाइट्स की आवाजाही भी प्रभावित हुई। IGI एयरपोर्ट पर दृश्यता कम होने के कारण कई फ्लाइट्स का रूट बदलना पड़ा। रेलवे सूत्रों ने बताया कि ट्रेनों के चालक गति पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर हुए।
दिल्ली सरकार से कार्रवाई की मांग
भाजपा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल रही है और अब इसे लेकर कड़े कदम उठाने चाहिए। उन्होंने दिल्ली सरकार से स्कूलों को तुरंत बंद करने का अनुरोध किया है, ताकि छोटे बच्चों को इस खतरनाक वायु प्रदूषण से बचाया जा सके।
वहीं, भाजपा ने यह भी कहा कि प्रदूषण के स्तर को देखते हुए, दिल्ली सरकार को इस पर कोई ठोस कदम उठाना चाहिए और प्रदूषण से बचने के उपायों को लागू करना चाहिए, जैसे कि पानी के छिड़काव और स्मॉग गन की व्यवस्था।
इस बीच, दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को लेकर सरकार की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया है, और अब यह देखना होगा कि दिल्ली सरकार इस बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए क्या कदम उठाती है।
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