दिल्ली पुलिस ने नारकोटिक्स सेल के तहत 1.5 करोड़ रुपये की 578 ग्राम हेरोइन जब्त की और एक महिला समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई से ड्रग्स तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ, जिसमें ग्राहकों तक हेरोइन पहुंचाने वाले गिरोह के सदस्य पकड़े गए।
दिल्ली के बाहरी उत्तरी जिले की नारकोटिक्स सेल ने एक बड़े ड्रग तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 1.5 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त की और इस मामले में एक महिला समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को पकड़ा। गिरफ्तार किए गए तस्करों के पास से कुल 578 ग्राम हेरोइन बरामद की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी और उनके कनेक्शन
पुलिस के मुताबिक, 13 नवंबर को नारकोटिक्स सेल को एक महिला तस्कर नीलोफर उर्फ नीलो (30) के बारे में सूचना मिली थी, जो दिल्ली में ड्रग्स की सप्लाई कर रही थी। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बवाना जेजे कॉलोनी में छापेमारी की और नीलोफर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 260 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। नीलोफर से पूछताछ में पता चला कि उसने यह हेरोइन नरेला के मोहम्मद साकिर (31) से खरीदी थी।
साकिर का पता लगाने के बाद पुलिस ने 14 नवंबर को नरेला औद्योगिक क्षेत्र में छापेमारी की और उसे गिरफ्तार कर लिया। साकिर के पास से 50 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। उसने पुलिस को बताया कि उसने यह हेरोइन वली मोहम्मद उर्फ शमशाद नाम के व्यक्ति से खरीदी थी। इसके बाद पुलिस ने शमशाद को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 268 ग्राम हेरोइन बरामद की, जिसकी कीमत 1.25 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
तस्करी का तरीका और गिरोह की संरचना
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह ग्राहकों तक हेरोइन पहुंचाने के बदले 1,000 रुपये का भुगतान प्राप्त करता था। नीलोफर, साकिर और शमशाद के बीच एक नेटवर्क था, जिसके माध्यम से वे हेरोइन की सप्लाई करते थे। साकिर ने बताया कि वह शमशाद से ड्रग्स खरीदता था और फिर उसे विभिन्न ग्राहकों तक पहुंचाता था। शमशाद, जो इस नेटवर्क का मुख्य कड़ी था, ड्रग्स की बड़ी खेप की आपूर्ति करता था।
पुलिस ने इन तस्करों को रिमांड पर लिया है और उनसे आगे की पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के और भी सदस्य पकड़े जा सकें। फिलहाल, पुलिस टीम इस मामले में आगे की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन तस्करों के और कौन से साथी शामिल हो सकते हैं।
पुलिस की कार्रवाई और गिरोह का भंडाफोड़
नारकोटिक्स सेल के अधिकारियों ने बताया कि यह ऑपरेशन एक सफलता है क्योंकि दिल्ली के बाहरी इलाकों में ड्रग्स की तस्करी तेजी से बढ़ रही है और इससे युवाओं के बीच नशे की आदतें फैल रही हैं। यह ऑपरेशन गुप्त सूचना पर आधारित था, जिसमें पुलिस ने बेहद सतर्कता से इस रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस अधिकारी के अनुसार, अब तक गिरफ्तार किए गए तस्करों से मिली जानकारी के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। अब पुलिस टीम इस मामले में और तफ्तीश कर रही है, ताकि इन अपराधियों के संपर्क में आए अन्य लोगों को भी पकड़कर कानूनी कार्रवाई की जा सके।
निष्कर्ष
दिल्ली में नारकोटिक्स सेल की इस बड़ी कार्रवाई ने ड्रग्स के व्यापार में शामिल तस्करों को भारी झटका दिया है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के पकड़ में आने से दिल्ली में ड्रग्स की तस्करी और बिक्री पर असर पड़ेगा। पुलिस अब इस नेटवर्क के और सदस्य पकड़ने के लिए सख्त कदम उठा रही है, ताकि शहर में नशे की समस्या को काबू में किया जा सके।
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