दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया समाप्त हो गई है, और अब चुनावी समर के असली रंग दिखने लगे हैं। कुल 1521 नामांकन 981 उम्मीदवारों ने दाखिल किए हैं, जो राजधानी के 70 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए हो रहे चुनावों को लेकर उत्सुकता और जोश का इशारा देते हैं।
सबसे ज्यादा चर्चा जहां हो रही है, वह है नई दिल्ली विधानसभा सीट, जहां से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बीजेपी के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित आमने-सामने हैं। इस सीट पर कुल 29 उम्मीदवारों ने 40 नामांकन पत्र भरे हैं, जो इसे इस चुनाव का सबसे गरम इलाका बना रहे हैं। क्या इस बार केजरीवाल अपने गढ़ को बचा पाएंगे या विपक्ष उन्हें तगड़ा टक्कर दे पाएगा?
लेकिन, जैसे-जैसे नामांकन का आंकड़ा बढ़ता है, कुछ सीटों पर बर्फ जैसी सन्नाटा है। कस्तूरबा नगर विधानसभा क्षेत्र सबसे कम नामांकन के साथ सुर्खियों में है, जहां सिर्फ 6 उम्मीदवारों ने 9 नामांकन पत्र भरे हैं। इस सीट पर मुकाबला भी दिलचस्प होगा, क्योंकि यहाँ AAP ने रमेश पहलवान, बीजेपी ने नीरज बसोया और कांग्रेस ने अभिषेक दत्त को उतारा है।
दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में नामांकन का असमंजस भी साफ नजर आ रहा है। कालकाजी से 18 उम्मीदवारों ने 28 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं, वहीं पटपड़गंज सीट से 11 उम्मीदवारों ने 20 नामांकन जमा किए हैं। राजधानी के बाकी हिस्सों में भी नामांकन की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, और राजनीतिक दलों के बीच की खींचतान दर्शा रही है कि यह चुनाव किसी भी पार्टी के लिए आसान नहीं होगा।
सभी पार्टियाँ अपनी पूरी ताकत झोंकने में जुटी हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच की खाई के बावजूद आप की सत्ता बच पाएगी? कांग्रेस ने महंगाई और गरीबों की स्थिति पर केजरीवाल से सवाल खड़ा किया है, जबकि केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि आगामी चुनाव बीजेपी और कांग्रेस की 'जुगलबंदी' को उजागर करेंगे।
क्या हम फिर से AAP की प्रचंड जीत देखेंगे या दिल्ली की राजनीति में कोई नया मोड़ आएगा? यह सवाल राजधानीवासियों के दिलों में कौंध रहा है।
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