चारधाम यात्रा के दौरान आज हुए हेलिकॉप्टर हादसे में 7 लोगों की जान चली गई. यह 45 दिनों में चौथी दुर्घटना
चारधाम यात्रा में एक और बड़ा हादसा – केदारनाथ से लौटते हेलिकॉप्टर का क्रैश, सात लोगों की दर्दनाक मौत, 23 महीने का मासूम भी नहीं बच पाया
उत्तराखंड की धार्मिक यात्रा चारधाम यात्रा एक बार फिर शोक में डूब गई है। आज सुबह गौरीकुंड के पास एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा सुबह करीब 5:20 बजे हुआ, जब केदारनाथ मंदिर से श्रद्धालुओं को लेकर लौट रहा हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मरने वालों में 23 महीने का एक मासूम बच्चा भी शामिल है। यह चारधाम यात्रा के 45 दिनों के भीतर चौथी हेलिकॉप्टर दुर्घटना है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसे की वजह – मौसम बना मौत की वजह
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आर्यन एविएशन कंपनी का यह हेलिकॉप्टर श्रद्धालुओं को लेकर गुप्तकाशी जा रहा था। गौरीकुंड के पास घाटी क्षेत्र में पहुंचते ही मौसम ने अचानक करवट ली और घने कोहरे और तेज हवाओं के बीच पायलट ने नियंत्रण बनाए रखने की पूरी कोशिश की, लेकिन हेलिकॉप्टर एक चट्टान से टकरा गया और दुर्घटनाग्रस्त होकर नीचे गिर गया। क्रैश के तुरंत बाद हेलिकॉप्टर में भीषण आग लग गई, जिससे किसी यात्री को बचने का मौका नहीं मिल पाया।
स्थानीय महिलाओं ने दी सूचना, राहत कार्यों में मौसम बाधा
इस दर्दनाक हादसे की जानकारी सबसे पहले वहां घास काट रही स्थानीय महिलाओं को लगी, जब उन्होंने पास के जंगलों से धुएं का भारी गुबार उठते देखा। उन्होंने तुरंत प्रशासन को सूचना दी। NDRF, SDRF, पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची, लेकिन लगातार हो रही बारिश और बादलों की घनघोरता ने राहत-बचाव कार्यों में बाधा डाली।

मरने वालों की पहचान – यूपी, गुजरात और महाराष्ट्र से थे यात्री
उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) के अनुसार, मरने वालों में कई राज्यों के श्रद्धालु शामिल हैं। मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है:
इनमें से कुछ श्रद्धालु उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के रहने वाले थे, जो अपने परिवार के साथ केदारनाथ दर्शन के बाद लौट रहे थे।
45 दिनों में 4 हादसे – क्या हेलिकॉप्टर सेवाओं पर लगाम जरूरी?
इस साल 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया से शुरू हुई चारधाम यात्रा अब तक श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को आकर्षित कर चुकी है। लेकिन लगातार हो रहे हेलिकॉप्टर हादसों ने हवाई सुरक्षा मानकों और मौसम मॉनिटरिंग सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह 45 दिन में चौथा हादसा है, जो सरकार और हेलिकॉप्टर सेवा कंपनियों की लापरवाही को उजागर करता है।सरकारी प्रतिक्रिया और जांच के आदेश
राज्य सरकार ने इस दुर्घटना को गंभीर मानवीय त्रासदी करार देते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। हेलिकॉप्टर संचालन कर रही कंपनियों के लाइसेंस, सुरक्षा व्यवस्था, पायलट ट्रेनिंग और मौसम निगरानी तंत्र की गहन समीक्षा की जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA ने भी घटना की जांच शुरू कर दी है।
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