चंडीगढ़ में दर्ज हुई बड़ी FIR! IPS वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में हरियाणा DGP शत्रुजीत कपूर समेत 14 वरिष्ठ अधिकारियों पर केस दर्ज। आरोप—जातीय भेदभाव और आत्महत्या के लिए उकसाने का। सीएम सैनी ने दिए सख्त एक्शन के संकेत।
चंडीगढ़ में गुरुवार देर रात करीब 10:40 बजे आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड केस ने तूल पकड़ लिया, जब पुलिस ने हरियाणा DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया समेत 14 अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (IPC धारा 108) और SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज की।
पूरन कुमार (52) ने 7 अक्टूबर को सेक्टर-11 स्थित अपने घर में खुद को गोली मार ली थी। उनके 8 पन्नों के सुसाइड नोट ने पूरे पुलिस प्रशासन को हिला दिया। नोट में उन्होंने कई वरिष्ठ IPS और IAS अधिकारियों पर जातीय भेदभाव और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए।

उनकी पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार ने जापान से लौटने के बाद शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्हीं नामों का उल्लेख था जो सुसाइड नोट में थे। FIR दर्ज होने के बाद अब हरियाणा सरकार में हलचल तेज हो गई है, और सूत्रों के अनुसार DGP शत्रुजीत कपूर को पद से हटाया जा सकता है।
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 1993 बैच के IPS आलोक मित्तल को मुलाकात के लिए बुलाया है, जिन्हें नए DGP के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। इस घटना ने हरियाणा पुलिस के भीतर के तंत्र और जातीय भेदभाव के मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अमनीत कुमार ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर आरोपियों की गिरफ्तारी और परिवार की आजीवन सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि “यह सुसाइड नोट मृत्यु-पूर्व बयान है और इसे न्यायिक साक्ष्य माना जाना चाहिए।”
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