1 अगस्त 2025 से NPCI द्वारा UPI सिस्टम में चार बड़े बदलाव लागू किए जाएंगे, जिनमें अकाउंट बैलेंस चेक और बैंक डिटेल देखने की दैनिक सीमा तय की गई है। सब्सक्रिप्शन आधारित ऑटो-पेमेंट्स अब केवल नॉन-पीक घंटों में ही प्रोसेस होंगे। इसके अलावा, 1 सितंबर से गोल्ड लोन, बिजनेस लोन और FD ट्रांसफर की सुविधा भी UPI के जरिए मिलेगी। यूजर्स को समय रहते इन बदलावों की जानकारी लेना जरूरी है।
UPI यूजर्स सावधान 1 अगस्त से बदल जाएगा सब कुछ जानिए नए नियम ।
अगर आप भी फोनपे, गूगल पे, पेटीएम या अन्य UPI ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके
लिए बेहद जरूरी है। 1 अगस्त 2025 से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के सिस्टम में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। ये
बदलाव नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा UPI को और तेज़, सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने के मकसद से किए जा रहे हैं। UPI सिस्टम पर ट्रैफिक और लोड को कम करना, ट्रांजैक्शन फेल होने, पेमेंट में देरी और बार-बार स्टेटस चेक करने जैसी समस्याओं को दूर करना है।
1 अगस्त से लागू होंगे ये 4 नए नियम, जिसमे पहला होगा
बैंक डिटेल्स देखने की सीमा इसमें अब यूजर मोबाइल नंबर से लिंक किए गए खातों की
जानकारी दिन में अधिकतम 25 बार ही देख
सकेंगे। दूसरा ये की अकाउंट बैलेंस चेक
करने की लिमिट गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे ऐप्स पर एक दिन में सिर्फ 50 बार ही अकाउंट बैलेंस चेक किया जा सकेगा।
तीसरा ये की जिसमे ऑटो-पेमेंट के नए नियम
सब्सक्रिप्शन आधारित ऑटो-पेमेंट अब केवल नॉन-पीक टाइम पर ही प्रोसेस होंगे।
जिसमे ये समय तय किया गया है सुबह 10:00 बजे से पहले और दोपहर 1:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक और रात 9:00 बजे के बाद। और आखिरी और चौथा नियम ये की बार-बार ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक पर नियंत्रण करें बार-बार ट्रांजैक्शन की स्थिति चेक करने वालों को अब सीमाओं का पालन करना होगा, जिससे सिस्टम पर लोड कम होगा और लेन-देन सुगम बनेगा।
सितंबर में लागू होगा एक और नया नियम ।
1 सितंबर 2025 से UPI से जुड़े एक और बड़े बदलाव की तैयारी है। अब UPI के जरिए आप:
गोल्ड लोन
बिजनेस लोन
Recurring Deposit (RD) या Fixed Deposit (FD) की राशि भी भेज सकेंगे।
इसके लिए
यूजर्स को अपने लोन अकाउंट को UPI से लिंक करने की
सुविधा दी जाएगी। सभी सर्विस प्रोवाइडर ऐप्स को 31 अगस्त 2025 तक इन बदलावों को लागू करने का निर्देश दिया गया है। इन नए नियमों का मकसद UPI सिस्टम को और बेहतर बनाना है। अगर आप UPI ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो इन बदलावों की जानकारी रखना जरूरी है ताकि ट्रांजैक्शन करते समय किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। NPCI की ये गाइडलाइंस सभी बैंकों और UPI सर्विस ऐप्स के लिए अनिवार्य हैं। इनका उल्लंघन करने पर ऐप्स को पेनल्टी भी झेलनी पड़ सकती है।
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