नोएडा में इवेंट कंपनी के मालिक संजय कुमार सिंह को लंबे संघर्ष के बाद इंसाफ मिला है। पहले धोखाधड़ी के आरोप में उन्हें जेल जाना पड़ा, और जब वह जमानत पर बाहर आए तो एक और फर्जी मुकदमा उनके खिलाफ दर्ज करा दिया गया। लेकिन, पुलिस की जांच ने इस झूठी साजिश को बेनकाब कर दिया।
संजय कुमार सिंह, जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित एवेन्यू गौर सिटी सोसायटी में अपने परिवार के साथ रहते हैं, अपनी इवेंट कंपनी चलाते हैं। उनके खिलाफ लाजपत नगर के अजय राजपाल ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया था, जिसके बाद वह 40 दिन तक जेल में रहे। जमानत मिलने के बाद, अजय ने उनके खिलाफ मारपीट और धमकी देने का झूठा आरोप भी लगा दिया।
हालांकि, पुलिस जांच में यह सारे आरोप झूठे पाए गए। पहले इस केस की जांच सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार ने की, फिर उनके ट्रांसफर के बाद सब इंस्पेक्टर सोनू शर्मा और फिर अंकित वाजपेयी को यह जिम्मेदारी दी गई। अंत में पुलिस ने सभी आरोपों को फर्जी मानते हुए केस में अंतिम रिपोर्ट लगाकर इसे कोर्ट में पेश कर दिया।
संजय का कहना है कि अजय राजपाल ने उनकी बेल को कैंसिल कराने के लिए यह झूठा आरोप लगाया था। उन्होंने कोर्ट में भी इस बात की जानकारी दी कि अजय द्वारा दर्ज किया गया धोखाधड़ी का केस पूरी तरह से निराधार था। पुलिस की सटीक जांच और सही विवेचना ने उन्हें इस मुसीबत से उबार लिया।
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