बिस्कोमान के निदेशक मंडल और अध्यक्ष पद के चुनाव में हिंसा का मामला सामने आया, जब मतदान के दौरान दो पक्षों के बीच झड़प हो गई। विधायक के बॉडीगार्ड द्वारा एक व्यक्ति को थप्पड़ मारने के बाद विवाद बढ़ा, और दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई। पटना पुलिस ने तुरंत स्थिति को संभाला और मतदान स्थल को सील कर दिया। इस दौरान, 10 मजिस्ट्रेट और 60 सहायक निर्वाचन पदाधिकारी की तैनाती की गई। चुनाव में विशाल सिंह और पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह के बीच कड़ी टक्कर है।
बिस्कोमान के निदेशक मंडल और अध्यक्ष पद के चुनाव में आज हुई एक बड़ी घटना ने चुनावी माहौल को पूरी तरह से बदल दिया। पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में हो रहे इस चुनाव के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिससे मतदान स्थल पर तनाव का माहौल बन गया।
चुनाव के दौरान यह घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब प्रत्याशी और विधायक के समर्थक मतदान केंद्र में प्रवेश करने को लेकर आपस में भिड़ गए। पहले तो दोनों पक्षों के बीच बहस हुई, लेकिन मामला जब बढ़ने लगा, तो विधायक के बॉडीगार्ड ने एक व्यक्ति पर हाथ चला दिया। इसके बाद विवाद और हिंसा ने तूल पकड़ा, और दो पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। घटना इतनी गंभीर हो गई कि पूरे मतदान स्थल पर अफरा-तफरी मच गई।
इस हिंसक घटना के बाद पटना पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को शांत किया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से स्थिति को काबू में किया गया, लेकिन सुरक्षा के मद्देनज़र मतदान स्थल को सील कर दिया गया। अब किसी भी व्यक्ति को मतदान स्थल के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। गांधी मैदान थाना प्रभारी, डीएसपी और अन्य उच्च अधिकारियों की टीम मौके पर मौजूद है, जो स्थिति पर पूरी तरह से निगरानी रखे हुए हैं।
पटना जिला प्रशासन ने सुरक्षा को और भी मजबूत करने के लिए 10 मजिस्ट्रेट और 60 सहायक निर्वाचन पदाधिकारियों को तैनात किया है। इस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद, यह चुनाव अब राजनीतिक रूप से और भी अधिक संवेदनशील बन गया है।
चुनाव के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि मतदान शुक्रवार सुबह 8 बजे शुरू हुआ था, जो दोपहर 2 बजे तक चलेगा। मतदान के बाद वोटों की गिनती एसके मेमोरियल हॉल में ही की जाएगी, और तीन बजे तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इस चुनाव में कुल 33 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान विशाल सिंह और राजद नेता व पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह के बीच हो रही कड़ी टक्कर पर है।
यह चुनाव बिस्कोमान के निदेशक मंडल और अध्यक्ष पद के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, और इसी वजह से इसमें हिंसा और विवाद की संभावना अधिक थी। मतदान केंद्र पर हुई हिंसा ने इस चुनाव की गंभीरता को और बढ़ा दिया है, और इससे यह स्पष्ट होता है कि मणिपुर की राजनीतिक माहौल में चुनावी जंग का असर कहीं अधिक गहरा हो सकता है।
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