कानपुर में हुए धमाके की जांच में बड़ा खुलासा, विस्फोट स्कूटी में नहीं बल्कि दुकान में रखे अवैध पटाखों के कारण हुआ। पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया।
कानपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। शहर के गुलशन इलाके में बुधवार देर शाम हुए धमाके की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पहले माना जा रहा था कि यह विस्फोट दो स्कूटी में हुआ, लेकिन अब CCTV फुटेज ने पूरी सच्चाई सामने ला दी है।
जांच में पता चला कि विस्फोट स्कूटी में नहीं, बल्कि दुकान में रखे अवैध पटाखों के स्टॉक से हुआ था। धमाके में दुकान और आसपास खड़ी स्कूटी सहित कई चीजें क्षतिग्रस्त हुईं, जबकि आठ लोग घायल हुए। घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दो को छुट्टी दे दी गई, जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज जारी है।

जान्हवी सोनकर, जो अपनी बहन नेहा सोनकर के साथ खरीदारी कर रही थीं, इस विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हुईं। उनके हाथ, पैर और कान के नीचे जलने के निशान हैं। जान्हवी ने बताया कि विस्फोट के बाद चारों तरफ अंधेरा छा गया और डर के मारे लोग इधर-उधर भाग गए। उनकी बहन नेहा भी घायल हुईं, जिन्हें उनके पति ने तुरंत अपने साथ ले गए।
पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने कहा कि विस्फोट इतना भयानक था कि आसपास की गलियों और बाजार में मौजूद लोग भी घायल हुए। जांच में यह भी सामने आया कि दुकान में 1 क्विंटल से अधिक अवैध पटाखों का स्टॉक रखा गया था।

अब तक पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया है और आरोपी तारिक की तलाश जारी है। चोरी की स्कूटी और अन्य संदिग्ध वस्तुओं के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। घटना में लापरवाही बरतने वाले 5 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि CO को हटाया गया है।
जांच के तहत दो गोदाम सील किए गए हैं और 18 दुकानों की तलाशी जारी है। अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि अवैध पटाखों का स्टॉक किनके संरक्षण में रखा गया था। विस्फोट ने कानपुरवासियों को अवैध पटाखों के खतरों के प्रति जागरूक किया है।

पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सुरक्षा मानक सख्ती से लागू किए जाएंगे। वहीं जिला प्रशासन ने पूरे इलाके को सुरक्षित कर आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी।
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