भारत की वैज्ञानिक क्षमता और वैश्विक सहयोग की नई उड़ान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के मूल निवासी और भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अमेरिका के अंतरिक्ष मिशन Axiom Mission 4 में मिशन पायलट बनने और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर उड़ान भरने पर हार्दिक बधाई दी है। यह ऐतिहासिक अवसर भारत के लिए वैज्ञानिक उपलब्धि और वैश्विक मंच पर भागीदारी का एक और स्वर्णिम अध्याय है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से शुभकामनाएं देते हुए कहा,
"यह भारत के लिए गौरव का क्षण है। Axiom Mission 4 के मिशन पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की इस अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन में भागीदारी हमारे वैज्ञानिक उत्कर्ष और वैश्विक सहयोग के प्रति अटूट संकल्प को दर्शाती है। आगामी मिशन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिंद!"

1984 के बाद भारत का अगला मानव अंतरिक्ष मिशन
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाले राकेश शर्मा (1984) के बाद दूसरे भारतीय नागरिक बन गए हैं। उनका यह मिशन, जो कि SpaceX की उन्नत तकनीक से संचालित ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से है, भारत के वैज्ञानिक इतिहास में एक नई उपलब्धि जोड़ता है। यह न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत की वैश्विक अंतरिक्ष सहयोग रणनीति में भी एक मजबूत संकेतक है।
Axiom Mission 4: अंतरराष्ट्रीय सहयोग की नई मिसाल
Axiom Space, अमेरिका स्थित एक निजी अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था है, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग के साथ मानवयुक्त मिशन संचालित कर रही है। Axiom Mission 4 में अलग-अलग देशों के अनुभवी वैज्ञानिक, पायलट और इंजीनियर शामिल हैं। शुभांशु शुक्ला इस मिशन के को-पायलट के रूप में ISS (International Space Station) की ओर उड़ान भर रहे हैं।
उनकी उड़ान अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुई है और यह मिशन मल्टी-नेशनल स्पेस प्रोजेक्ट्स की दिशा में भारत की भागीदारी को और सुदृढ़ करेगा।

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का प्रोफ़ाइल
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मूल रूप से लखनऊ, उत्तर प्रदेश के निवासी
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भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन रैंक के अनुभवी टेस्ट पायलट
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अत्याधुनिक विमानों की उड़ान, परीक्षण एवं संचालन में विशेषज्ञता
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NASA, SpaceX और Axiom जैसी वैश्विक संस्थाओं के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया
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इस मिशन के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयनित किए गए पहले भारतीय टेस्ट पायलट
सीएम योगी: युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभांशु शुक्ला की सफलता को प्रदेश और राष्ट्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि यह मिशन दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश का युवा अब विज्ञान, प्रौद्योगिकी, रक्षा और वैश्विक नेतृत्व की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि केंद्र और राज्य सरकार युवाओं को ऐसे अवसर प्रदान करने के लिए शिक्षा, नवाचार और तकनीकी प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दे रही है।
भारत का बढ़ता अंतरिक्ष प्रभाव
Axiom Mission 4 में भारत की भागीदारी न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत के विकासशील से विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में विज्ञान और अंतरिक्ष तकनीक की भूमिका को भी दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने न केवल अपने गगनयान मिशन, चंद्रयान-3, सूर्य मिशन (Aditya-L1) और ISRO की सफलताओं के जरिए दुनिया को चौंकाया है, बल्कि अब निजी और अंतरराष्ट्रीय मिशनों में भी बड़ी भूमिका निभा रहा है।
अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की भूमिका
भारत अब उन गिने-चुने देशों में शामिल हो चुका है, जो मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान, उच्च स्तरीय रोवर लैंडिंग, सोलर रिसर्च, और ग्लोबल मिशन पार्टनरशिप में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान इस श्रृंखला में भारत का नया सितारा है।
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