बरेली, उत्तर प्रदेश — 30 जून 2025
देश की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु सोमवार सुबह 9:50 बजे विशेष वायुयान से बरेली स्थित वायुसेना के त्रिशूल एयरबेस पहुंचीं। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मु बरेली में लगभग 1 घंटा 40 मिनट रुकेंगी और इस दौरान वे इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (IVRI) के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं।
यह दौरा उत्तर भारत के सबसे महत्वपूर्ण पशु चिकित्सा संस्थान में आयोजित दीक्षांत समारोह में उनकी विशेष भागीदारी को दर्शाता है, और इससे पशु चिकित्सा एवं विज्ञान के क्षेत्र में केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता का संकेत मिलता है।
राष्ट्रपति के दौरे का पूरा शेड्यूल
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सुबह 9:50 बजे: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु विशेष विमान से त्रिशूल एयरबेस पहुंचीं।
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सुबह 10:10 बजे: वे सीधे IVRI के दीक्षांत समारोह स्थल पहुंचीं।
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सुबह 11:10 बजे: वे पुनः त्रिशूल एयरबेस रवाना हुईं।
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सुबह 11:30 बजे: राष्ट्रपति ने गोरखपुर के लिए उड़ान भरी।
राष्ट्रपति के आगमन से लेकर प्रस्थान तक प्रशासन की ओर से सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, नागरिक व्यवस्था और संस्थागत तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी गई।
IVRI दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति की भागीदारी
बरेली स्थित Indian Veterinary Research Institute (IVRI) भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थानों में से एक है। दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति मुर्मु ने युवाओं को संबोधित किया और उन्हें पशुपालन एवं जैव विज्ञान के क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि “आज पशु चिकित्सा केवल इलाज तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह एक सतत विकास और खाद्य सुरक्षा से भी जुड़ी जिम्मेदारी है।”
सुरक्षा के अभेद इंतज़ाम
राष्ट्रपति के इस बेहद महत्वपूर्ण और सीमित समय के दौरे को लेकर प्रशासन ने पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया। त्रिशूल एयरबेस से लेकर IVRI परिसर तक हर मोड़ पर पुलिस बल, खुफिया इकाइयाँ, और ड्रोन कैमरों की निगरानी रही।
सुरक्षा डिटेल में शामिल रहे:
इस सुरक्षा व्यवस्था की कमान बरेली पुलिस कमिश्नरेट और उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में रही।
प्रशासनिक व्यवस्था: 61 मजिस्ट्रेटों की तैनाती
बरेली के जिलाधिकारी अविनाश सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रपति के संक्षिप्त प्रवास को सुचारु और त्रुटिहीन बनाने के लिए 61 मजिस्ट्रेटों को जिम्मेदारी सौंपी गई। इन अधिकारियों को सुबह 6 बजे से ही अपने-अपने तैनात स्थानों पर मौजूद रहने का निर्देश था। इस टीम में बरेली मंडल के अन्य जिलों के अधिकारी भी शामिल रहे, जिनमें ट्रैफिक कंट्रोल, आगंतुक व्यवस्था, मीडिया समन्वय, और आपातकालीन प्रबंधन प्रमुख रहे।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया और प्रतीकात्मक महत्व
राष्ट्रपति मुर्मु का यह दौरा न केवल बरेली वासियों के लिए गर्व का क्षण रहा, बल्कि यह दिखाता है कि केंद्र सरकार उत्तर भारत के शैक्षिक और अनुसंधान संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। बरेली के नागरिकों ने महामहिम के स्वागत में कई स्थानों पर परंपरागत तरीके से सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी।
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